हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मन ला याहज़िर अलफ़क़ीह" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
سَجدةُ الشُكرِ واجِبَةٌ عَلى كُلِّ مُسلِمٍ تُتِمُّ بِها صَلاتَكَ و َتُرضى بِها رَبَّكَ وَ تُعجِبُ المَلائِكَةَ مِنكَ... ؛
हज़रत इमाम जफार सादिक अ.स.ने फरमाया:
सजदा ए शुक्र आदा करना हर मुसलमान पर वाजिब हैं, इससे आप अपनी नमाज़ को मुकम्मल करते हैं और अपने रब को राज़ी करते हैं और इस अमल की फज़ीलत से फरिश्तों को भी हैरान कर देती हैं।
मन ला याहज़िर अलफ़क़ीह,भाग 1,पेंज 333